अपनी जिंदगी में वहीं इंसान कामयाब होता है जिसे टूटे को बनाना और रूठे को मनाना आता है
आज इंसान उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है
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हमें किसी खास समय के लिए इंतज़ार नहीं करना चाहिए बल्कि अपने हर पल को खास बनाना चाहिए
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