केतकी के फूल भगवान शिव को नहीं चढ़ाए जाते। इसके पीछे एक कहानी बताई जाती है, जिसके अनुसार एक बार ब्रह्माजी और विष्णुजी के बीच इस बात को लेकर विवाद छिड़ गया कि दोनों में श्रेष्ठ कौन है।